
पौधारोपण गतिविधियां
अपना संस्थान पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित एक संगठन है, जो विभिन्न जिलों में पौधारोपण गतिविधियों के माध्यम से हरित वातावरण के निर्माण के लिए कार्यरत है। संस्थान ने अपने स्थापना वर्ष से ही वृक्षारोपण अभियानों को प्राथमिकता दी है। ये गतिविधियां न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान देती हैं, बल्कि समुदाय में जागरूकता भी फैलाती हैं। संस्थान द्वारा राजस्थान के विभिन्न जिलों सहित अन्य क्षेत्रों में हजारों पौधों का रोपण किया गया है। इन अभियानों में स्थानीय नागरिक, स्कूलों के विद्यार्थी, और अन्य संगठनों का सक्रिय सहयोग लिया जाता है। साथ ही, लगाए गए पौधों की देखभाल के लिए संस्थान द्वारा नियमित निगरानी और जल प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाती है। अपना संस्थान का यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
चार्ली नेचर पार्क में राम वाटिका का पौधारोपण
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्रतिष्ठा होने की पूर्व संध्या पर, चार्ली नेचर पार्क, बनेड़ा में 101 पौधों की राम वाटिका का रोपण किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन का आयोजन अपना संस्थान और महावीर इंटरनेशनल कनक के सहयोग से किया गया।कार्यक्रम में 101 पौधे लगाए गए, जो रामायण के पवित्र पर्यावरणीय संदेश को जीवंत करते हैं। इन पौधों में पीपल, नीम, बेलपत्र जैसे धार्मिक और पर्यावरणीय महत्व के पौधों का चयन किया गया। राम वाटिका का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और प्रकृति के साथ आध्यात्मिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करना है।इस अभियान में स्थानीय समुदाय, पर्यावरण प्रेमियों और विभिन्न संगठनों ने सक्रिय भागीदारी की। अपना संस्थान के प्रतिनिधियों ने पौधारोपण के महत्व और लगाए गए पौधों की देखभाल पर प्रकाश डाला। महावीर इंटरनेशनल कनक के सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया।


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान क्षेत्र कार्यकारिणी एवं प्रांत टोली बैठक में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राजस्थान क्षेत्र कार्यकारिणी एवं प्रांत टोली की बैठक के दौरान पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण प्रदर्शित करते हुए पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम 30 जुलाई को लघु उद्योग भारती भवन, जगतपुरा, जयपुर में सम्पन्न हुआ।इस अवसर पर अमृता देवी की स्मृति में 363 पौधे लगाए गए। अमृता देवी ने बिश्नोई समाज के माध्यम से पर्यावरण रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया था। पौधारोपण का यह कार्यक्रम उनके त्याग और प्रेरणा को समर्पित रहा।कार्यक्रम में आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ क्षेत्र और प्रांत टोली के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पौधारोपण के बाद उपस्थित जनसमूह ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। यह कार्यक्रम पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाने और समाज को हरियाली की ओर प्रेरित करने का महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
अपना संस्थान और अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा ने गुरु पूर्णिमा पर 363 पेड़ लगाकर किया पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रेषित
समेलिया धाम, भीलवाड़ा में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, 21 जुलाई 2024 को एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें मात्र 3 मिनट में 363 पेड़ लगाए गए, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण का अद्भुत उदाहरण है। यह आयोजन अपना संस्थान और अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान के क्षेत्र प्रचारक श्री निंबाराम जी, जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद श्री जसवंत सिंह बिश्नोई, पूर्व विधायक श्री बिहारी लाल बिश्नोई, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री शिवराज जाखड़, और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री अमरचंद बिश्नोई जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।कार्यक्रम के दौरान महंत स्वामी भगवान प्रकाश जी और महंत सच्चिदानंद आचार्य जी ने समेलिया धाम क्षेत्र का अवलोकन किया। यह धाम, जिसे 400 वर्ष पूर्व राणा सांगा ने बनवाया था और जहां जंभो जी ने एक वर्ष तक तपस्या की थी, एक ऐतिहासिक धरोहर है। श्री निंबाराम जी ने इसे संरक्षित रखने की आवश्यकता पर बल दिया।अपना संस्थान के सचिव श्री विनोद मेलाना ने मां अमृता देवी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि यह बलिदान पर्यावरण संरक्षण के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने बताया कि समाज आज भी इन परंपराओं का पालन कर रहा है, और इसे विश्वभर में एक हरित विमर्श के रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।


अपना संस्थान: पर्यावरण संरक्षण गतिविधि का राजस्थान क्षेत्र अभ्यास वर्ग जोधपुर में संपन्न
जोधपुर के सुदर्शन सेवा संस्थान में 22-23 जून 2024 को पर्यावरण संरक्षण गतिविधि का राजस्थान क्षेत्र अभ्यास वर्ग सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस वर्ग में 45 सहभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय सहसंयोजक आदरणीय राकेश जी जैन ने अपने प्रेरणादायक मार्गदर्शन से सभी को प्रेरित किया।कार्यक्रम के दौरान झालामंड क्षेत्र में सघन वन का निर्माण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता और सक्रिय योगदान का उदाहरण प्रस्तुत किया गया। इस गतिविधि ने पर्यावरण सुरक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों की महत्ता को रेखांकित किया और इसे एक सकारात्मक पहल के रूप में स्थापित किया।